ग्रीष्म ऋतु हमेशा फ़ाल्गुन के शुरुआती दिनो के बाद यानी होली के बाद से ही होती है।जिसका प्रभाव नवम्बर तक रहती है।गर्मी हर ऋतुओ के मुकाबले काफ़ि उबाऊ और संघर्षपूर्ण होता है जिसे झेलना लोगो कि मजबुरी होती है। उस समय लू चलती रहती है।हमेशा तापमान उच्च रहता है,सूरज के प्रकोप को झेल पाना आसान नही होता।उस समय दिन कि अवधि बढ़ जाती है और रातें छोटी होती हैं I फिर भी कंपकंपाती ठंड से राहत मिलती है क्योंकि ठंड हमेशा से ही केवल अमीरों को लिए बनायी जाने वाली ऋतू कहलाती है क्यूंकि उस समय यथासंभव सामर्थ्य लोग हि गर्म कपडे का उपयोग कर पाते है जिससे ठण्ड से बचा जा सके और बेघर और निर्धन लोग असमर्थ होने के कारण हमेशा ठण्ड के प्रकोप से काल के गाल में समा जाते हैं ।गर्मी के दिन शुष्क और नीरस होति है लहलहाति धूप मे अपना रोजमर्रा जीन्दगी का कार्य करना असम्भ्व हॊता है ,जिससे आर्थिक रुप से भी लोगो को परेशानी झेलना पड्ता है ।दिन के साथ-साथ रात भी काफी गर्मी से प्रभावित होती है जिससे सोना भी काफी मुश्किल होता हैI जल का स्तर काफ़ि नीचे चले जाने के कारण गर्मी मे पानी की काफ़ि किल्लत का सामना करना पड्ता है कुए ,तालाब,नहरे,नदिया के पानी सुखने लगते है ।
हिंदी में Essay निबंध,लेख स्कूल के छात्रों के लिये 500 शब्दों में (500 words)
Tuesday, March 19, 2019
Essay in hindi on रक्षाबंधन ! Raksha bandhan Festival पे हिंदी में निबंध (लेख ) Nibandh lekh
रक्षाबंधन भाई- बहनों के लिए महत्वपूर्ण पर्व है, यह प्रत्येक वर्ष श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता हैI बहन द्वारा भाई के राखी जिसे रक्षा सूत्र भी कहा जाता है उससे बांधने के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता हैI राखी रेशम धागे के डोर हो या रंग -बिरंगी कीमती आभूषण वाले राखी सभी राखियों का एक ही महत्व होता हैI भाई द्वारा बहन के हर संकट में रक्षा करना इसीलिए राखी को रक्षा -सूत्र भी कहा जाता है, हर बहनें अपने भाई के राखी बांधती हैं इसमें उम्र की तुल्य नहीं होता बड़े हो या छोटे सभी भाइयों को बहनों द्वारा राखी बंधवाने के बाद हमेशा वचन दिया जाता है कि वे हर परिस्थिति में अपनी बहन को रक्षा करेंगेI इस पर्व को लेकर भाई से ज्यादा बहनों में अत्याधिक उत्साह देखने को मिलती है, रक्षाबंधन के त्योहार को लेकर सभी नौकरीपेशा हों या व्यापार में या देश -विदेश किसी भी व्यवसाय से सम्मिलित बहने एवं भाई एक दूसरे के घर पहुंचकर इस खास मौके पर राखी बांधती है और अपने भाई को लंबी उम्र की दुआ करती हैं, वहीं पर भाई भी उनके स्नेह को बरकरार रख कर हर परिस्थितियों में उन्हें रक्षा व सहायता करने का वचन देता है Iहमें याद है बचपन के दिनों से ही रक्षाबंधन हम दोनों भाई बहनों के लिए बहुत ही खुशियाँ वाला पर्व हुआ करता था और आज भी हुआ करता है उस दिन हमेशा बहन का हुक्म चलती है और बहन छोटी हो तो और भी जिम्मेवारी बढ़ जाती हैI रक्षाबंधन के दिन राखी के बाद भाई- बहन एक दूसरे को मिठाई खिलाते हैं और भाई कुछ उपहार के रूप में अपनी बहन को भेंट देता है, रक्षाबंधन एक पवित्र त्यौहार है जो भाई -बहन के रिश्ते को मजबूत करता है और दोनों को पवित्र प्रेम को दर्शाता है, उस दिन भाई अपनी बहन की छोटी-मोटी गलतियों को माफ करता है और बहनें अपने भाई की छोटी-मोटी गलतियों को माफ कर एक दूसरे को हर परिस्थितियों में एक होने की वचन देते हैंI
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