गणतंत्र दिवस हमारे देश का राष्ट्रीय पर्व है यह हर वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है, इसी दिन 1950 में आजादी के बाद भारत का अपना संविधान और लोकतांत्रिक ढांचे नए सिरे से लागू हुआI भारतीय शासित देश बना अर्थात गणतंत्रात्मक बना ,26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस जो देश की पूर्ण स्वाधीनता का प्रतीक है इस दिन हम उन सभी महापुरुषों को याद करते हैं जिन्होंने देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया,इसका ऐतिहासिक एवं राष्ट्रीय महत्त्व है ,जो हमेशा प्रेरणीय हैI
वैसे तो अंग्रेजों का भारत में आगमन 1600 में व्यापारिक सबंध स्थापित कर हुआ,और धीरे -धीरे राजतंत्र व्यवस्था को समाप्त कर बंगाल, मैसूर आदि अनेक शक्तिशाली प्रांतों एवं राज्यों पर अधिकार कर लिए, कंपनी के अधीन गवर्नर जनरल की नींव से पुरे भारत में राजतंत्र व्यवस्था को ख़त्म कर पुरे देश को कब्जे में ले लिया,सोने की चिड़िया जैसी देश पूरी तरह से अंग्रेजों का गुलाम हो चुका था ,ब्रिटिश सरकार द्वारा भारतीयों को अपने ही देश में सामान्य जीवन जीने का सारे अधिकार छीनने लगे थे,कृषि प्रधान देश के किसान अपने ही देश में दर-दर भटक रहे थे, स्थाई बंदोबस्त लागू कर भू राजस्व का लगभग 90% ब्रिटिश कंपनी को 10% भाग ही अपने पास रखना था ,किसी भी भारतीयों को उच्च पद पर नियुक्ति वर्जित था
निर्दोष एवं निहत्थों पर जुल्म करना एवं शोषण करना उनकी दिनचर्या थी, उनके क्रूर एवं अत्याचार से तंग आकर किसानों , सन्यासीयों, सैनिकों ने विरोध किया परंतु आधुनिक हथियारों से लैस अंग्रेजी हुकूमत हमेशा की तरह उनके आवाज एवं संघर्षों को कुचल देतीI अपनी आजादी के लिए हमें 200 वर्षों तक संघर्ष करना पड़ा अंततः देश के महापुरुषों ने आजाद एवं पूर्ण स्वाधीनता वाले भारत का जो सपना देखा था वह समय आ ही गया, परंतु महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद ,लोकमान तिलक, गोखले आदि जैसे न जाने कितने महापुरुषों के माताओं के उनके पुत्र किसी के पिता तो किसी के पति और किसी बच्चे को अनाथ होना पड़ा 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हो गया, ब्रिटिश सरकार भारत छोड़ चुकी थी देश का नया संविधान तैयार हुआ संपूर्ण देश में भारतीय शासन की नींव रखी गई और देश को गणतंत्र घोषित किया गयाI इसके अनुसार देश के प्रत्येक नागरिक को सामान्य अधिकार दिए गए चाहे वह आर्थिक राजनीतिक और समाजिक अधिकार हो, छुआछूत भेदभाव को दरकिनार कर भाईचारे एवं प्रेम का पाठ पढ़ाने का सफल प्रयास किया गयाI
निर्दोष एवं निहत्थों पर जुल्म करना एवं शोषण करना उनकी दिनचर्या थी, उनके क्रूर एवं अत्याचार से तंग आकर किसानों , सन्यासीयों, सैनिकों ने विरोध किया परंतु आधुनिक हथियारों से लैस अंग्रेजी हुकूमत हमेशा की तरह उनके आवाज एवं संघर्षों को कुचल देतीI अपनी आजादी के लिए हमें 200 वर्षों तक संघर्ष करना पड़ा अंततः देश के महापुरुषों ने आजाद एवं पूर्ण स्वाधीनता वाले भारत का जो सपना देखा था वह समय आ ही गया, परंतु महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद ,लोकमान तिलक, गोखले आदि जैसे न जाने कितने महापुरुषों के माताओं के उनके पुत्र किसी के पिता तो किसी के पति और किसी बच्चे को अनाथ होना पड़ा 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हो गया, ब्रिटिश सरकार भारत छोड़ चुकी थी देश का नया संविधान तैयार हुआ संपूर्ण देश में भारतीय शासन की नींव रखी गई और देश को गणतंत्र घोषित किया गयाI इसके अनुसार देश के प्रत्येक नागरिक को सामान्य अधिकार दिए गए चाहे वह आर्थिक राजनीतिक और समाजिक अधिकार हो, छुआछूत भेदभाव को दरकिनार कर भाईचारे एवं प्रेम का पाठ पढ़ाने का सफल प्रयास किया गयाI
भारत को धर्मनिरपेक्ष राज्य घोषित कर इंसानियत धर्म एवं गुणों का आदर किया गया ,अंततः 26 जनवरी हम देशवासियों के लिए किसी नये सिरे से जीवन की शुरुआत करने से कम नहीं था, जाति एवं लैंगिक भेदभाव समाप्त कर शिक्षा के क्षेत्र में अथक सुधार हुएI गणतंत्र दिवस हर भारतीय को पूर्ण रूप से स्वाधीनता की याद दिलाती है आज ही के दिन तानाशाही शासन व्यवस्था को समाप्त कर न्याय व अधिकार वाले शासन व्यवस्था पूरे देश में लागू की गई और राष्ट्र बहुमूल्य शक्तियों में से एक सबसे प्रभावशाली मत देने का अधिकार हर भारतीय नागरिक जो 18 वर्ष उम्र के ऊपर हो उन्हें प्रदान की गई I एकता एवं संप्रभुता के लिए भारत को आज भी पूरी दुनिया में मिसाल पेश की जाती हैI गणतंत्र दिवस के दिन बड़े जोश एवं गौरवपूर्ण के साथ अपने देश के बलिदान करने वाले महापुरुषों ,वीर जवानों एवं शहीदों के अमर बलिदान की कहानियां कहते हैं, विद्यालयों कॉलेजों एवं सरकारी दफ्तरों के साथ- साथ प्रतिष्ठित संस्थानों एवं घरों पर राष्ट्र ध्वज फहरातें हैं I इस अवसर पर राष्ट्रपति के समक्ष नई दिल्ली इंडिया गेट पर परेड का आयोजन होता है, जिसमें देश के गणमान्य लोग के साथ- साथ विदेशों से आये आगंतुक व अतिथि उपस्थित होते हैं ,गणतंत्र दिवस के दिन किसी भी तरीके से भेदभाव, असंवैधानिक एवं अनैतिक कार्य न करने
की प्रतिज्ञा लेते हैंI
इस दिन हर भारतीय के चेहरे पर गर्व एवं खुशियों के लहर दिखती है I गणतंत्र दिवस हमारी राजनीतिक एवं मौलिक अधिकारों के प्रति हमें हमेशा जागृत एवं अधिकार को दर्शाता है और हमें एकता एवं आपसी सौहार्द के साथ- साथ प्रेम और भाईचारा फैलाने का संदेश देता हैI गणतंत्र दिवस हमारे राष्ट्रीय जीवन का सबसे महत्वपूर्ण भाग हैI गणतंत्र दिवस के अवसर पर हमारे पूर्वजों एवं भारतीयों के संघर्षों को केवल देश ही नहीं बल्कि पूरी विश्व गुणगान करता है ,जो हर भारतीय को अपने आप में ही गर्वाविन्त महसूस करने का अवसर देने के साथ-साथ हमें अपने देश के प्रति जवाबदेही एवं कर्तव्य से परिचित कराता हैI बलिदान एवं शौर्य के साथ- साथ अहिंसा एवं शांति फैलाने के लिए हमारा महान देश भारत की संस्कृति पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैI
इस दिन हर भारतीय के चेहरे पर गर्व एवं खुशियों के लहर दिखती है I गणतंत्र दिवस हमारी राजनीतिक एवं मौलिक अधिकारों के प्रति हमें हमेशा जागृत एवं अधिकार को दर्शाता है और हमें एकता एवं आपसी सौहार्द के साथ- साथ प्रेम और भाईचारा फैलाने का संदेश देता हैI गणतंत्र दिवस हमारे राष्ट्रीय जीवन का सबसे महत्वपूर्ण भाग हैI गणतंत्र दिवस के अवसर पर हमारे पूर्वजों एवं भारतीयों के संघर्षों को केवल देश ही नहीं बल्कि पूरी विश्व गुणगान करता है ,जो हर भारतीय को अपने आप में ही गर्वाविन्त महसूस करने का अवसर देने के साथ-साथ हमें अपने देश के प्रति जवाबदेही एवं कर्तव्य से परिचित कराता हैI बलिदान एवं शौर्य के साथ- साथ अहिंसा एवं शांति फैलाने के लिए हमारा महान देश भारत की संस्कृति पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैI
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